एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात अत्तिरिक्त उष्णकटिबंधीय चक्रवात तब बन जाता है जब वह उच्च अक्षांश की ओर बढता है अगर इसकी उर्जा का मूल संक्षेपण द्वारा जारी की गई हो तो वह गर्मी से बदल कर हवा राशीयों के बीच वातावरण में बदल जाता है ;
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वर्णक्रम के दूसरे छोर पर, अगर प्रणाली के आस पास की स्थितियां बिगड़ जाती हैं या उष्णकटिबंधीय चक्रवात भूम बिछल बनते हैं, तो प्रणाली कमज़ोर हो जाती है और अंततः नष्ट हो जाती है.एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात अत्तिरिक्त उष्णकटिबंधीय चक्रवात तब बन जाता है जब वह उच्च अक्षांश की ओर बढता है अगर इसकी उर्जा का मूल संक्षेपण द्वारा जारी की गई हो तो वह गर्मी से बदल कर हवा राशीयों के बीच वातावरण में बदल जाता है;
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वर्णक्रम के दूसरे छोर पर, अगर प्रणाली के आस पास की स्थितियां बिगड़ जाती हैं या उष्णकटिबंधीय चक्रवात भूम बिछल बनते हैं, तो प्रणाली कमज़ोर हो जाती है और अंततः नष्ट हो जाती है.एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात अत्तिरिक्त उष्णकटिबंधीय चक्रवात तब बन जाता है जब वह उच्च अक्षांश की ओर बढता है अगर इसकी उर्जा का मूल संक्षेपण द्वारा जारी की गई हो तो वह गर्मी से बदल कर हवा राशीयों के बीच वातावरण में बदल जाता है;